
क्या आपके शिव मंदिर व उसमें विराजित गणों की दिशा ठीक है?
कैलाश पर्वत के चारों दिशाओं मे चार मुख हैं जिनसे होकर चार नदियों का उद्गम होता है। यह पूर्व दिशा से अश्वमुख है, पश्चिम से गजमुख, उत्तर में सिंहमुख है, जो की वायव्य कोण भी…
कैलाश पर्वत के चारों दिशाओं मे चार मुख हैं जिनसे होकर चार नदियों का उद्गम होता है। यह पूर्व दिशा से अश्वमुख है, पश्चिम से गजमुख, उत्तर में सिंहमुख है, जो की वायव्य कोण भी…
दिवाली पर्व इस बार बहुत ही उत्तम व श्रेष्ठ योग बन रहा है। 14 नवंबर शनिवार को दीपावली है।महालक्ष्मी कुबेर पूजन स्थिर लग्न में किया जाएगा। व विशेष दीपावली पर शनि स्वाति योग से सर्वार्थ…