व्यवसाय और नौकरी समस्या के लिए बगलामुखी पूजा
|| ओम् ह्रीम बगलामुखी सार्वा दुष्टनाम् वचम् मुकाम पदम् स्तम्भय जीवम् केला, बुद्धिम विनश्यस्य ह्रीम ओम् स्वाहा ||
|| ओम् ह्रीम बगलामुखी सार्वा दुष्टनाम् वचम् मुकाम पदम् स्तम्भय जीवम् केला, बुद्धिम विनश्यस्य ह्रीम ओम् स्वाहा ||
देवी बगलामुखी की पूजा करने से भक्त को अपने करियर में उच्च स्थान प्राप्त करने में मदद मिलती है। वे प्रतियोगिता को पराजित करते हैं, अपने कैरियर के मार्ग में बाधा को पर करते हैं और अपने जॉब या करियर में चाहे गए स्थान तक पहुंचते हैं। दूसरी ओर, बेरोजगारी, नौकरी की असुरक्षा या कार्यस्थल तनाव आदि से जूझ रहे लोग भी देवी बगलामुखी की पूजा करके इन नौकरी-संबंधी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
कमजोर और अनिष्टकारी कुंडली के ग्रहों की स्थिति एक प्रमुख कारण है बहुत से लोग संतोषजनक नौकरी पाने या अपने कैरियर में उच्च स्थान प्राप्त करने में सक्षम नहीं हो पाते। इसके अलावा, नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव भी नौकरी, करियर या पेशे में उतार-चढ़ाव का एक और कारण है। यहां, देवी बगलामुखी या देवी पीतांबरा की पूजा करना प्रभावितों के लिए अत्यधिक लाभदायक है।
अच्छे लोगों का समर्थन नहीं होने से और कार्यालय-राजनीति के कारण कई लोग अपने करियर में सफल नहीं हो पाते हैं। उनके पास प्रतिभा और कौशल की कमी नहीं होती, लेकिन कार्यालय-दुश्मनी उन्हें आगे नहीं बढ़ने देती है। यहाँ, देवी बगलामुखी, दस में से 8वीं महाविद्या, बुराइयों का नाश करने वाली हैं। देवी की पूजा विशेष रूप से विरोधयों को शांत करने और अदालती मामलों को जीतने के लिए की जाती है। भक्त बगलामुखी देवी की पूजा कर अपनी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
बगलामुखी पूजा के निम्नलिखित लाभ आपको नौकरी और व्वयसाय से सम्बंधित समस्याओं में जीत प्राप्त करने में सहायता करते हैं:
बगलामुखी पूजा उन लोगों को करनी चाहिए जो करियर संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिन्हें नौकरी के इंटरव्यू में सफलता नहीं मिल रही है या वेतन में वृद्धि नहीं हो रही है, या जो सरकारी नौकरी पाने की इच्छा रखते हैं या अपनी नौकरी या करियर में उच्च पद प्राप्त करना चाहते हैं।
बगलामुखी पूजा हमेशा अनुभवी गुरु के मार्गदर्शन में ही की जानी चाहिए जिन्होंने बगलामुखी अनुष्ठानों का सफलतापूर्वक अभ्यास किया हो। माँ भगवती बगलामुखी पीताम्बरा का आह्वान करने वाले उपासक को कौल या अघोरी साधक (भैरव) द्वारा दीक्षा लेने की आवश्यकता होती है। अनुभवी गुरु के बिना शत्रु उपासक को चौर-अस्त्र, कालरात्रि, अघोर सुदर्शन-अस्त्र या पक्षिराज-अस्त्र, प्रयात्रांग, आदि अस्त्रों से भारी नुकसान पहुंचा सकता है, बगलामुखी एक स्थंबन अस्त्र है और गलती की स्थिति में, उपासक खुद को स्थाम्बित कर सकता है। । मृत्यु, बीमारी, दुर्घटना और दुर्भाग्य संभव है अगर देवी बगलामुखी का अहवान बिना किसी दीक्षा के किया जाता है। इसके अलावा, किसी को मृत्यु के बाद भयानक ब्रह्मराक्षस के रूप में भटकना भी पड़ सकता है। यदि अनुचित तरीके या गलती के कारण अनुष्ठान में कोई त्रुटि होती है तो कुल और वंश भी नष्ट जो जाता है। यदि गुरु एक वास्तविक साधक है, तो वह पूजा करने वालों को सभी प्रकार के दुश्मनों से बचाने में सक्षम है।
नोट: 15 साल से भी अधिक समय से, माँ भगवती बगलामुखी पीताम्बरा के आशीर्वाद से कंझावला औद्योगिक क्षेत्र, रूपाली एन्क्लेव, कराला, दिल्ली-110081 में स्थित बगलामुखी पीताम्बरा तंत्र पीठ (मंदिर) में सभी प्रकार के अनुष्ठान या पूजन का आयोजन किया जाता रहा है।
हम मंदिर में ही अनुष्ठान सेवाएं प्रदान करते हैं। इसके अलावा, हम उन लोगों के लिए ऑनलाइन अनुष्ठान सेवाएं प्रदान करते हैं, जो दूरी या अन्य कारणों से बगलामुखी पीताम्बरा तंत्र पीठ (मंदिर) नहीं आ सकते हैं, लेकिन अपनी समस्याओं, दुखों और असफलताओं से छुटकारा पाना चाहते हैं। हमें तुरंत संपर्क करें!